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ओह! ये तो 'थ्योरी' नहीं, 'प्रैक्टिकल' का सब्जेक्ट है

Tuesday 29 May 2012

रातुम नागपुर विश्‍वविद्यालय विधि शाखा के शिक्षकों को अंतिम समय पर आया होश
रद्द हुआ एलएलबी 6 वें सेमिस्टर का अंतिम पर्चा




 नागपुर, 28 मई.
'ओह ! ये तो 'थ्योरी' नहीं 'प्रैक्टिकल' का सब्जेक्ट है' यह वाक्य भारी गलती नजर में आने के बाद विधि शाखा के शिक्षकों के मुंह से बेसाख्ता निकल पड.ा.
यूं तो राष्ट्रसंत तुकड.ोजी महाराज नागपुर विश्‍वविद्यालय अपने कई अजब-गजब कारनामों के लिए प्रसिद्ध है. आज एक और ऐसा कारनामा कर दिया है. इसे अंजाम देने वाले और कोई नहीं बल्कि विधि शाखा अध्ययन मंडल के अनुभवी शिक्षक है. मामला एलएलबी (तीन वर्षीय पाठय़क्रम) 6 वें सेमिस्टर से जुड.ा है. गलती ध्यान में आते ही 29 मई को होने वाले विषय का पर्चा आनन-फानन रद्द कर दिया गया है. सभी परीक्षा केंद्रों से प्रश्न-पत्र वापस मंगवा लिए गए हैं. मामला यूं है कि विवि के विधि शाखा अध्ययन मंडल ने एलएलबी (तीन वर्षीय पाठय़क्रम) 6 वें सेमिस्टर के पुराने कोर्स को बदल दिया. पाठय़क्रम में 'ड्राफ्टिंग प्लिडिंग एंड कनवेंसिंग-2' नया विषय शामिल किया गया. इसे शामिल करते समय अनुभवी शिक्षकों ने इस बात का उल्लेख नहीं किया कि यह प्रायोगिक (प्रैक्टिकल) विषय है या फिर 'थ्योरी' है. लिहाजा पूरे सेमिस्टर में विद्यार्थियों को कक्षा में विषय को 'थ्योरी' के रूप में पढ.ाया गया. अनुभवी शिक्षकों ने ग्रीष्मकालीन परीक्षा के लिए टाइम टेबल में भी उसे इसी रूप में शामिल किया. घंटों माथापच्ची कर प्रश्न-पत्र तैयार किए. विषय का पर्चा 29 मई को होने वाला है. विषय के प्रश्न-पत्र परीक्षा विभाग ने छपवा कर मंगवा लिए थे. इस संबंध में विधि शाखा की अधिष्ठाता अंजलि हस्तक से संपर्क करने पर उन्होंने कोई भी प्रतिक्रि या देने से मना कर दिया. परीक्षा विभाग के अधिकारी इस मामले में खुद को बेकसूर बता रहे हैं. इस घोर लापरवाही को हल्के में लेते हुए कोई भी इसकी जिम्मेदारी स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है.
 

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